मुंबई : नांदेड़ जिले की उमरी तहसील के नागठाना इलाके में स्थित आश्रम में रविवार को तड़के लिंगायत समुदाय के एक बाल ब्रह्मचारी साधु शिवाचार्य व उनके सेवक भगवान शिंदे की हत्या कर दी गई। हालांकि उमरी पुलिस ने लिंगायत समुदाय के ही आरोपित साईनाथ शिंगाड़े को तेलंगाना से गिरफ्तार कर लिया है लेकिन इस घटना से पूरे इलाके में तनाव फैला हुआ है। इस मामले की सघन जांच पुलिस कर रही है।
पुलिस के अनुसार साधु शिवाचार्य साल 2008 से निर्वाणी मठ संस्थान में आए थे। यह तकरीबन सौ साल पुराना मठ है। लिंगायत समुदाय के ही साईनाथ शिंगाड़े ने रात में पहले सेवक भगवान शिंदे की गला घोंटकर हत्या की और उसके बाद उसने साधु शिवाचार्य का भी गला घोंट दिया। आश्रम के कीमती सामान लूटकर जब वह साधु शिवाचार्य के शव के साथ उन्हीं की गाड़ी से भागने की कोशिश में था लेकिन लेकिन कार गेट में ही फंस गई। इससे मठ के छत पर मौजूद आश्रम के दो सेवादार जाग गए जिससे घटनास्थल पर स्थानीय लोग जमा हो गए। लोगों की भीड़ जमा होते देख आरोपित घटनास्थल से फरार हो गया था। इसके बाद गांववालों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने गाड़ी में से ही साधु का शव बरामद किया और आश्रम के बाथरुम में सेवक का शव पाया गया। आश्रम से लूटे गए कीमती सामान भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
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नांदेड़ जिला पुलिस अधीक्षक विजय कुमार मगर ने बताया कि इस मामले में साईनाथ शिंगाड़े को तेलंगाना से गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित व साधु एक ही समुदाय के हैं, इसलिए इस मामले में जातीय विद्वेष की किसी भी तरह की संभावना नहीं है। विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडनवीस ने इस घटना पर तीव्र नाराजगी व्यक्त की है। फडनवीस ने कहा कि इस घटना की तत्काल जांच कर आरोपितों को तत्काल सजा सुनाई जानी चाहिए। देवेंद्र फडणवीस ने मृत साधु की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।
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