नई दिल्ली : देश में एक तरफ जहाँ कोरोना महामारी के चलते लाखो लोग कोरोना संक्रमित हो चुके है वही देश के डॉक्टर दिन रत भगवन के रूप में लोगो की जान बचा रहे है वही कुछ हॉस्पिटल ऐसे भी है जो कोरोना महामारी के खतरों को समझते हुए भी लापरवाही करते नज़र आ रहे है I
ऐसा ही एक मामला दिल्ली के एक हॉस्पिटल का सामने आया है जहाँ हॉस्पिटल में भर्ती एक महिला कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उसे पूर्वी उत्तरी दिल्ली के राजीव गांधी हॉस्पिटल नंदनगरी जबरदस्ती भेज दिया वही परिवार का आरोप है की हॉस्पिटल द्वारा उनसे मोटी रकम वसूली गयी है साथ ही सरकार द्वारा दी गई कोरोना पीड़ित गाइडलाइंस को हॉस्पिटल द्वारा अनदेखा किया गया ।
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जानिए मामला है क्या : दिनांक 23 मई को एक महिला सफाई कर्मचारी अनिता पत्नी शेर सिंह जोकि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में कार्यरत है परन्तु तीन चार दिन से जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल में एडमिट थी जहां महिला को कोरोना पॉजिटिव डिक्लेअर कर दिया गया था, महिला के परिवार से प्राइवेट हॉस्पिटल द्वारा काफी मोटी रकम भी वसूली गई जिसके बाद उस महिला को राजीव गांधी हॉस्पिटल नंदनगरी जबरदस्ती भेज दिया गया, परन्तु गाइडलाइन के मुताबिक कुछ नियम शर्ते जैसे ICU या वेंटिलेटर का उपलब्ध न होने के पश्चात ही एडमिट करने का प्रोसीजर बताया गया, उनके परिवार के सदस्य बहुत परेशान व बेहद दुखी दिखाई दिए, स्थानीय लोगो ने संजय गहलोत, चेयरमैन, दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग से संपर्क किया जिसके बाद संजय गहलोत ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए स्वंय राजीव गांधी हॉस्पिटल पहुंचकर बड़े सीनियर डॉक्टरों से बातचीत करके पीड़ित महिला कर्मचारी को तत्काल एडमिट कराया ।
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वही संजय गहलोत ने भगवान से प्रार्थना करते हुए कहा की अनिता जी जल्दी स्वस्थ होकर अपने परिवार में पहुंचेगी । साथ ही प्राइवेट हॉस्पिटलों के खिलाफ इस तरह की लूटबाज़ारी खत्म करवाने के लिये सफाई कर्मचारी आयोग की तरफ से दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री श्री सतेंद्र जैन और दिल्ली के मुख्यमंत्री श्रीअरविंद केजरीवाल को भी अवगत कराया जाएगा ।
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