GIFT Nifty के दोहरे संकेत: 23 अक्टूबर 2025 को भारतीय शेयर बाज़ार में उथल‑पुथल
  • अक्तू॰, 23 2025
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जब GIFT Nifty प्री‑मार्केट सिग्नलभारत ने 26,239 के स्तर पर शुरुआती कमजोरी दिखाई, तो Ponmudi R, CEO of Enrich Money ने तकनीकी‑दृष्टि से बताया कि Nifty 50 अभी 25,800 से ऊपर टिके हुए हैं। यह दोहरा संकेत 23 अक्टूबर 2025 को भारतीय शेयर बाजार में क्या हुआ, समझाने की कुंजी बन गया।

प्री‑मार्केट संकेत

सुबह 6:40 बजे IST पर GIFT Nifty 26,239 पर ट्रेड हो रहा था, जो Nifty 50 के लिए कमजोर खुले की भास दे रहा था। पाँच मिनट बाद Business Standard ने बताया कि वही फ्यूचर 405 अंक उछल कर 26,271 पर पहुँच गया – यानी ‘गैप‑अप’ की संभावना। Angel One के शुरुआती अपडेट में इसे 26,350 पर 38 अंक (0.14%) नीचे दिखाया गया, जबकि Economic Times ने 26,257.5 पर 334.5 अंक (1.29%) की बढ़त की रिपोर्ट दी। संक्षेप में, प्री‑मार्केट डेटा में मिश्रित रंग थे, जिससे ट्रेडर्स के दिमाग़ में उलझन पैदा हो गई।

बाजार का वास्तविक प्रदर्शन

निफ्टी 50 ने 9:15 am पर 26,000 के ऊपर शुरुआत की, Moneycontrol की रिपोर्ट के अनुसार। परंतु दिन भर की बेच‑फ़िर‑बिक्री के बाद, शाम 3:30 बजे क्लोज़िंग पर यह 25,891.40 पर पहुँचा – 22.80 अंक (+0.09%) का मामूली लाभ। उसी समय BSE Sensex 84,556.40 पर बंद हुआ, 130.06 अंक (+0.15%) की बढ़त के साथ। यह निहित है कि शुरुआती उत्साह फटकारा नहीं, लेकिन मार्केट ने निचले स्तरों पर खुद को बैलेंस किया।

संस्थागत प्रवाह और घुड़दौड़

21 अक्टूबर 2025 को आयोजित विशेष मुहूरत ट्रेडिंग सत्रभारत में विदेशी पोर्टफ़ोलियो निवेशकों (FPIs) ने लगभग ₹97 करोड़ की खरीदारी की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने ₹607 करोड़ की बिक्री कर के सफ़र पूरा किया। इस उलटफेर ने बाज़ार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाई।

इसी दौरान प्रमुख गिरते हुए शेयरों में ICICI Bank Limited, Kotak Mahindra Bank Limited, Bharti Airtel Limited, HCL Technologies और Tata Consultancy Services शामिल थे। इन स्टॉक्स की कमजोरी ने इंडेक्स को थोड़ा नीचे धकेला, पर फुर्तीले ट्रेडर्स ने इस अंतर को लाभ में बदलने का अवसर पाया।

सेक्टर और मुद्रा विश्लेषण

टेक सेक्टर ने सबसे अधिक चमका – IT इंडेक्स 2% तक बढ़ा, Infosys, HCL Technologies और Tata Consultancy Services शीर्ष ग्रॉसर्स रहे। निजी बैंकों का इंडेक्स 0.5% बढ़ा, जबकि तेल‑और‑गैस इंडेक्स 0.6% घटा। BSE Mid‑Cap और Small‑Cap क्रमशः हल्की गिरावट दिखाते रहे। Birlasoft Limited के शेयर 10% से अधिक उछले, जो मई 2021 के बाद का सबसे बड़ा दैनिक उछाल था।

रुपया भी इस दिन थोड़ी संभल गया – बंद होते समय 1 USD = ₹87.85, जबकि सोमवार को यह ₹87.93 था। मजबूत दिशा‑परिवर्तन का संकेत मिलने पर विदेशी निवेशकों ने INR‑डिनोमिक्स को थोड़ा‑बहुत फायदेमंद समझा।

वैश्विक माहौल और भारत‑अमेरिका व्यापार समझौता

वैश्विक माहौल और भारत‑अमेरिका व्यापार समझौता

एशियन मार्केट्स ने वॉल‑स्ट्रीट की अटपटे सत्र के बाद नीचे की दिशा ली। जापान का Nikkei 1.13% गिरा, चीन का CSI 300 0.5% नीचे। अमेरिकी S&P 500 और Nasdaq भी नीचे रहे, मुख्य कारण था टरम्प प्रशासन का चीन‑से सॉफ़्टवेयर निर्यात पर नियंत्रण।

इसी बीच, Financial Express ने रिपोर्ट किया कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच ऊर्जा‑और‑कृषि पर केंद्रित एक व्यापार समझौता करीब आ रहा है। अगर समझौता सफल हुआ तो अमेरिकी इम्पोर्ट टैरिफ 50% से घटकर 15‑16% हो सकता है, साथ ही भारत की रूसी तेल आयात में कमी से दोनों देशों के बीच व्यापार की धारा में तेज़ी आ सकती है। यह आशा‑भरा माहौल भारतीय शेयर बाजार के लिए दीर्घ‑कालिक समर्थन का संकेत देता है।

भविष्य की संभावनाएँ

Ponmudi R ने निफ़्टी के लिए तकनीकी स्तरों को फिर से परिभाषित किया: 26,000‑26,300 के रेजिस्टेंस पर टिके रहने से नया उच्चतम स्तर संभव है, जबकि 25,750 के नीचे गिरने पर 25,600‑25,500 की नई तल तक गिराव हो सकता है। डेरिवेटिव मार्केट में अक्टूबर 28 की समाप्ति के लिए 25,600‑25,700 पर पुट बेस और 26,000‑26,200 पर कॉल राइटिंग देखी जा रही है – यानी “बेटर‑बॉक्स” ट्रेडर्स के लिए तैयार है।

अगर भारत‑अमेरिका समझौता अगले हफ़्ते आधिकारिक हो जाता है, तो विदेशी पोर्टफ़ोलियो निवेशकों का प्रवाह फिर से बढ़ेगा और निजी बैंकों व टेक सेक्टर को नई गति मिल सकती है। उल्टा, अगर वार्ता में रूकी हुई हो, तो आज के जैसे अस्थिर सत्र दोहराए जा सकते हैं।

सारांश बिंदु

  • प्रारम्भिक GIFT Nifty संकेतों में उलझन – शुरुआती कमजोरी, बाद में गैप‑अप।
  • Nifty 50 ने 25,891.40 पर 0.09% का छोटा लाभ कमाया; Sensex 84,556.40 पर 0.15% बढ़ा।
  • मुहूरत सत्र में FPIs ने ₹97 करोड़ खरीदे, DIIs ने ₹607 करोड़ बेचे।
  • IT सेक्टर 2% बढ़ा, तेल‑गैस 0.6% घटा; Birlasoft ने 10% उछाल दर्ज किया।
  • भारत‑अमेरिका व्यापार समझौते की उम्मीद से बाजार में आशावादी रंग।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

GIFT Nifty के दोहरे संकेतों का कारण क्या था?

प्री‑मार्केट में विभिन्न ब्रोकरों के डेटा अलग‑अलग थे – कुछ ने गिरावट, तो कुछ ने उछाल दर्ज किया। विदेशी पोर्टफ़ोलियो निवेशकों की खरीदारी और घरेलू संस्थागत निवेशकों की बिक्री ने भी असंतुलन को बढ़ा दिया, इसलिए शुरुआती संकेत उलझन भरे रह गये।

भारत‑अमेरिका व्यापार समझौते से कौन‑से सेक्टर को लाभ होगा?

ट्रेड समझौते से ऊर्जा‑और‑कृषि आयात‑निर्यात में लागत घटेगी। इससे पेट्रोलियम कंपनियों, कृषि उत्पादकों और उन टेक फर्मों को फायदा होगा जो लॉजिस्टिक्स और एग्री‑टेक में काम करती हैं। निजी बैंक भी विदेशी निवेशकों के संभावित प्रवाह से लाभ उठा सकते हैं।

Nifty 50 के लिए प्रमुख समर्थन और प्रतिरोध स्तर कौन‑से हैं?

तकनीकी विश्लेषक Ponmudi R के अनुसार, 25,750 के नीचे टूटने पर 25,600‑25,500 की रेंज नई समर्थन बन सकती है। जबकि 26,000‑26,300 के बीच प्रतिरोध बना रहता है – इस स्तर को पार करने पर नया हाई बनना सम्भव है।

आज के सत्र में कौन‑से स्टॉक सबसे अधिक उछले?

Birlasoft Limited के शेयर 10% से अधिक बढ़े, जो मई 2021 के बाद का सबसे बड़ा दैनिक उछाल था। Infosys, HCL Technologies और Tata Consultancy Services भी 2% से ऊपर की वृद्धि दर्ज कर रहे थे।

रुपये की मजबूती का भारतीय स्टॉक्स पर क्या असर है?

रुपया 1 USD = ₹87.85 पर बंद हुआ, जो पिछले सोमवार की तुलना में थोड़ा बेहतर था। कमजोर डॉलर अक्सर विदेशी पूंजी को भारतीय इक्विटीज़ की ओर आकर्षित करता है, इसलिए एक सुदृढ़ INR छोटे‑समय में विदेशी निवेश को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।

राजीव मानव

राजीव मानव

मैं राजीव मानव, मीडिया, संगीत और समाचार के क्षेत्र में विशेषज्ञ हूं। यह मेरा जीवन संग्रहीत करने और लोगों को सूचना देने के लिए एक अद्वितीय माध्यम है। मैं भारतीय समाचार और भारतीय जीवन के विषय में लिखना पसंद करता हूं। मेरे लिखने में लोक जीवन की गहरी समझ दिखती है। बिना किसी गदरोध के, मैंने हमेशा अपने काम को प्राथमिकता दी है।

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