पटना में तूफानी बारिश की चेतावनी: IMD ने 30 अक्टूबर को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया
  • अक्तू॰, 30 2025
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पटना में आज अचानक बरसी बारिश ने शहर को एकदम ठंडा कर दिया — और ये सिर्फ शुरुआत है। भारतीय मौसम विभाग ने पटना के लिए 30 और 31 अक्टूबर 2025 के लिए तूफानी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है। दोपहर 4:13 बजे तक पहले से ही बारिश शुरू हो चुकी थी, और आसमान में बिजली कड़क रही थी। तापमान 21°C से 25°C के बीच रहा, जो इस महीने के आम तापमान (31-33°C) से काफी कम है। ये ठंडक बारिश के साथ आई है — और ये बदलाव लोगों के लिए बड़ा सरप्राइज़ है।

असामान्य ठंडक और अचानक बारिश: क्यों हुआ ये बदलाव?

पटना में अक्टूबर का मौसम आमतौर पर गर्म और नम होता है। लोक नायक जयप्रकाश एयरपोर्ट के डेटा के मुताबिक, इस महीने का औसत अधिकतम तापमान 30.1°C होता है। लेकिन आज तापमान 25°C से भी कम रहा। वजह? भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी से आ रही एक तेज़ हवा की धारा ने उत्तरी बिहार में गहरी नमी लाई है। ये नमी, ऊपर की ठंडी हवाओं के संपर्क में आकर तूफानी बारिश का कारण बनी। आर्द्रता 83% से बढ़कर 90% हो गई — जो बारिश के लिए बेहद अनुकूल है।

कुछ लोगों ने इसे "अक्टूबर का नवरात्रि बरसात" कहा। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, ये सिर्फ एक अजीब मौसम नहीं है। इस साल जुलाई से अक्टूबर तक भारत के उत्तरी हिस्से में बारिश के पैटर्न में अनियमितता आई है। गूगल के डेटा के अनुसार, पिछले पांच सालों में अक्टूबर के अंत में ऐसी तूफानी बारिश केवल दो बार हुई है — 2020 और 2022। ये बार तीसरी है।

क्या बारिश अभी भी जारी रहेगी?

भारतीय मौसम विभाग का अलर्ट स्पष्ट है: 31 अक्टूबर को भी भारी बारिश की संभावना है। तापमान थोड़ा बढ़कर 22°C रह सकता है, लेकिन आर्द्रता 90% तक रहेगी — जिससे लोगों को बहुत असहज महसूस होगा। बारिश के बाद भी रात में धुंध और ओस की संभावना है।

दूसरी ओर, दिन में बारिश के बीच आंशिक रूप से खुला आसमान भी दिख सकता है। लेकिन ये आश्वासन नहीं है। वास्तविकता यह है कि बारिश के बाद भी नमी का स्तर बहुत ऊंचा रहेगा। इसलिए घरों में फफूंदी और बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।

पटना के लोगों की प्रतिक्रिया: बारिश बरसी, लेकिन बात बदल गई

सुबह के समय बारिश ने शहर को एकदम शांत कर दिया। बच्चे बारिश में खेलने निकले, लेकिन दोपहर तक वो घरों में छिप गए। एक रिक्शा चालक ने कहा, "अब तो बारिश के बाद भी लोग बाहर नहीं निकल रहे। गीली रास्ते पर स्कूटर चलाना जैसे खतरे में जाना है।"

कुछ व्यापारी तो खुश हैं। चाय की दुकानों पर लोग भीड़ लगा रहे हैं। "अक्टूबर में ऐसी ठंडक तो बहुत कम मिलती है," एक चाय वाला बोला। "लोग गर्म चाय के लिए तैयार हैं।"

लेकिन शहर के दक्षिणी हिस्सों में जहां बुरी तरह सड़कें हैं, वहां बारिश ने बड़ी परेशानी पैदा कर दी है। बिहार राज्य बुनियादी ढांचा विकास निगम के अनुसार, अभी तक 12 स्थानों पर जलभराव की शिकायतें आई हैं।

अगले कितने दिन तक ठंडक रहेगी?

अगले कितने दिन तक ठंडक रहेगी?

ये ठंडक अस्थायी है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, 1 नवंबर से तापमान धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा। 2 नवंबर तक ये 30°C तक पहुंच सकता है — जो अक्टूबर के आम तापमान के बराबर है।

इसका मतलब ये नहीं कि बारिश खत्म हो गई। बल्कि ये एक छोटी सी ठंडक की लहर थी। अगले सप्ताह तक अक्टूबर का आम मौसम वापस आ जाएगा — गर्मी, नमी और शायद फिर से बारिश।

इस बारिश का असर क्या होगा?

ये बारिश केवल एक बार की घटना नहीं है। ये एक संकेत है। जलवायु विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर भारत में अक्टूबर के अंत में तूफानी बारिश की घटनाएं पिछले 10 सालों में 30% बढ़ गई हैं। इसका कारण बंगाल की खाड़ी के पानी का तापमान बढ़ना है।

इसका असर खेती पर भी पड़ रहा है। किसान अब अक्टूबर में बारिश की उम्मीद नहीं करते — लेकिन अब उन्हें इसकी तैयारी करनी पड़ रही है। बिहार के तीन जिलों में गेहूं के बीज बोने का समय अभी तक नहीं हुआ है। अगर ये बारिश अगले दो दिनों में भी जारी रही, तो बीज बह जाएंगे।

क्या अगले साल भी ऐसा होगा?

क्या अगले साल भी ऐसा होगा?

ये सवाल किसी के पास पूरा जवाब नहीं दे पा रहा। लेकिन एक बात स्पष्ट है — अब बारिश का खेल अचानक बदल गया है। बारिश अब जिस तरह से होती थी, वैसे नहीं हो रही। तापमान कम हो रहा है, आर्द्रता बढ़ रही है, और बारिश अचानक आ रही है।

इसलिए अगले साल भी ऐसा ही हो सकता है। और अगर हो, तो शहरों को बेहतर जल निकासी, भवन निर्माण मानक और जलवायु संवेदनशील योजनाएं बनानी होंगी।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

पटना में आज बारिश क्यों इतनी अचानक हुई?

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से आई तेज़ नमी वाली हवाएं उत्तरी बिहार में ठंडी हवाओं के संपर्क में आईं। इससे अचानक बादल बने और तूफानी बारिश शुरू हो गई। ये घटना अक्टूबर के अंत में अब तक केवल तीन बार हुई है — 2020, 2022 और अब 2025।

इस बारिश का खेती पर क्या असर होगा?

किसान अभी गेहूं के बीज बोने के लिए तैयार हो रहे थे। लेकिन अचानक भारी बारिश से बीज बह सकते हैं, या जमीन में जलभराव हो सकता है। बिहार के तीन जिलों में इस बारिश के कारण बीज बोने का समय लगभग 5-7 दिन टालना पड़ सकता है, जिससे कटाई भी देर से होगी।

अगले दिनों में तापमान कैसा रहेगा?

31 अक्टूबर को तापमान 22°C रहेगा, लेकिन 1 नवंबर से ये धीरे-धीरे बढ़कर 2 नवंबर तक 30°C हो जाएगा। ये अक्टूबर के आम तापमान के बराबर है। लेकिन आर्द्रता अभी भी ऊंची रहेगी, इसलिए महसूस होने वाला तापमान अधिक होगा।

क्या ये बदलाव जलवायु परिवर्तन का संकेत है?

हां। पिछले 10 सालों में अक्टूबर के अंत में तूफानी बारिश की घटनाएं 30% बढ़ गई हैं। बंगाल की खाड़ी के पानी का तापमान बढ़ने से नमी बढ़ रही है, और हवाओं के पैटर्न बदल रहे हैं। ये जलवायु परिवर्तन का स्पष्ट संकेत है — और इसका असर अगले साल भी दिखेगा।

पटना में बारिश के बाद घरों में क्या सावधानी बरतनी चाहिए?

90% आर्द्रता फफूंदी और बीमारियों का कारण बन सकती है। घरों में वेंटिलेशन बढ़ाएं, नमी नियंत्रक का उपयोग करें, और गीले कपड़े तुरंत सुखाएं। बच्चों और बुजुर्गों को बाहर निकलने से बचाएं, क्योंकि नमी के साथ बुखार और सांस की समस्याएं बढ़ जाती हैं।

क्या पटना की सड़कें इस बारिश के लिए तैयार हैं?

नहीं। बिहार राज्य बुनियादी ढांचा विकास निगम के अनुसार, पटना के 12 स्थानों पर जलभराव की शिकायतें आई हैं। अधिकांश सड़कों पर जल निकासी का ढांचा 20 साल पुराना है। अगर ऐसी बारिश अगले साल भी हुई, तो शहर को बड़े पैमाने पर जल निकासी सुधार की जरूरत होगी।

राजीव मानव

राजीव मानव

मैं राजीव मानव, मीडिया, संगीत और समाचार के क्षेत्र में विशेषज्ञ हूं। यह मेरा जीवन संग्रहीत करने और लोगों को सूचना देने के लिए एक अद्वितीय माध्यम है। मैं भारतीय समाचार और भारतीय जीवन के विषय में लिखना पसंद करता हूं। मेरे लिखने में लोक जीवन की गहरी समझ दिखती है। बिना किसी गदरोध के, मैंने हमेशा अपने काम को प्राथमिकता दी है।

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